जनवरी में जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए गैंग रेप मामले में मुख्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। इस चार्जशीट में स्थानीय मुख्य आरोपियों के साथ पुलिस के एक विशेष अधिकारी के शामिल होने की बात भी कही गई है।
इस चार्जशीट को देखकर ऐसा प्रतीत होता है नामजद 8 आरोपी दरिंदगी की सारी सीमाएं पार कर चुके थे। चार्जशीट के मुताबिक आरोपी विशाल ने मेरठ में पढ़ने वाले अपने चचेरे भाई को फोन करके कहा कि अगर मजे लूटना चाहता है तो यहां आ जा। इतना ही नहीं बच्ची को मारने से पहले भी पुलिस अधिकारी ने कहा कि रुको अभी मैं रेप कर लू फिर मारना।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद प्रदेश में तनाव बढ़ गया है। कुछ वकीलों ने तो चार्जशीट पर अंगुली उठाते हुए इस केस में सीबीआई की जांच की मांग कर ली। बीते बुधवार जब चार्जशीट दाखिल करने पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम को कुछ वकीलों ने रोकने की कोशिश भी की।
क्यों हुआ ये अपराध?
रेप केस पीडि़ता बच्ची बकरवाल समुदाय की है। मुख्य आरोपी संजी राम इस समुदाय के तहसील में बसने का विरोध कर रहा था। वहा रह रही हिन्दुओं की आबादी का यह मानना था कि इस समुदाय के लोग ड्रग्स और नशे का व्यापार करते हैं। संजी ने वहां रहने वाले लोगों को भड़काया और इस पूरे कुकृत्य की साजिश रचि।
इस कृत्य में मुख्य आरोपी संजीराम के साथ विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजुरिया और सुरेद्र वर्मा, उनके दोस्त परवेश कुमार भतीजा राम किशोर और उनका बेटा विशाल जंगोत्रा भी कथित रूप से इस घिनौने कृत्य में शामिल हैं।
इस मुद्दे पर सूबे की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया और कहा कि किसी विशेष समुदाय के लोगों के एकट्ठा होने या कुछ कह देने से कानून नहीं बदल सकता। इस केस में काम फास्ट ट्रैक अदालत में होगा और जल्द ही न्याय दिया जाएगा।
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