पिछले कई दिनो से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है | भारत द्वारा पाकिस्तान मे Air Surgical Strike के बाद से पाकिस्तान बौखला उठा है | जहाँ एक तरफ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान ख़ान का कहना है की वो भारत से बात करने के लिए तैय्यार है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान लगातार बॉर्डर पर गोलाबारी कर रहा है|
लेकिन खुशी की बात ये है की अब भारत अकेला नही है| अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस भी भारत के साथ खड़े हैं| न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने बुधवार को संयुक्त सुरक्षा परिषद मे ये प्रस्ताव दिया कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट किया जाए|
ब्लैकलिस्ट होने से मसूद अज़हर की वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध और उसकी सारी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा | लेकिन चीन को इस पर आपत्ति है | जैसा की हम सभी जानते है चीन हमेशा से भारत के खिलाफ ही रहा है, तो हो सकता है की वह यहाँ भी अपनी टाँग अड़ाए|
फ्रांस और अमेरिका इस प्रस्ताव के समर्थन मे हैं| अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अंबेसडर जॉन बोल्टन ने अजित डोभाल (भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) से बातचीत में कहा था कि हम इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे | बुधवार को यूएन के सामने ये प्रस्ताव पेश किया गया| अब सबकी नजर चीन के रुख पर है| हालांकि, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात करके आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग मांगा है और भारत के साथ खड़े रहने को कहा है|