sushma swaraj at ioc

ऑर्गनाईजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (IOC) , मे पहली बार किसी भारतीय प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया है वो भी मुख्य अतिथि के तौर पर | यह भारत के लिए सम्मान और गर्व की बात है | लेकिन पाकिस्तान को यह बात हज़्म नही हो रही और होगी भी कैसे | 57 देशो की इस बैठक मे पहली बार किसी भारतीय ने हिस्सा लिया है | यह भारतीय इतिहास मे पहली बार हो रहा है | आबू धाबी की तरफ से सुषमा स्वराज को मुख्य अतिथि का न्यौता मिलने से पाकिस्तान पूरी तरह से छिड़ चुका है और उसने इस मीटिंग से बाय्कॉट कर दिया है | सिर्फ़ इतना ही नही पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने UAE के विदेशमंत्री से बात करी है और सुषमा स्वराज के मुख्य अतिथि होने पर आपत्ति जताई है |

सुषमा स्वराज हमेशा से अपने तीखे बयान के लिए जानी जाती है | सुषमा स्वराज ने अपने भाषण में आतंकवाद के खिलाफ भारत के एजेंडे को रेखांकित किया | उन्होंने कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को किसी भी धर्म के खिलाफ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए | आतंकवाद का समर्थन हमेशा धर्म के विद्रूप रूप को पेशकर किया जाता है | आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ संघर्ष नहीं है, जैसा कि इस्लाम का मतलब शांति होता है, इसी तरह अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं होता है. इसी तरह हर धर्म शांति और मित्रता की पैरवी करता है.”|

— ANI(@ANI) मार्च 1, 2019

बिना पाकिस्तान को निशाना बनाए सुषमा स्वराज ने कहा की आतंकवाद देश के लिए ख़तरा है | यदि हमे मानवता को बचाना है तो आतंकवाद को ख़त्म करना होगा | यही नहीं ऐसे राज्य जो आतंकवादियो कजो शह देते हैं उनकी सीमा मे मौजूद कैंपों को नष्ट किया जाना चाहये और आतंकियों को फंडिंग और समर्थन देना बंद करना चाहिए |

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