हैदराबाद ।। महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 87) और सुरेश रैना (61) की शानदार अर्धशतकीय पारी और रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन सधी गेंदबाजी की बदौलत उप्पल स्थित राजीव गांधी स्टेडियम में शुक्रवार को पहले एकदिवसीय मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 126 रन से पराजित कर दिया। महेंद्र सिंह धौनी को नाबाद 87 रन बनाने के लिए मैन आफ द मैच चुना गया।
भारत ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 300 रन बनाए। भारत की ओर से महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 87) और सुरेश रैना (61) ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली।
इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम 36.1 ओवर में 174 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की ओर से एलिस्टर कुक ने 60 और जोनाथन ट्रॉट ने 26 रन बनाए।
इंग्लिश टीम को सात रन के कुल योग पर पहला झटका लगा था। भारत के स्ट्राइक गेंदबाज प्रवीण ने सलामी बल्लेबाज कीसवेटर (7) को कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच कराया। पीटरसन 19 रन के निजी योग पर रन आउट हुए। उन्हें रविचंद्रन अश्विन ने सीधे थ्रो पर विदा किया।
कप्तान एलिस्टर कुक ने 63 गेंदों में सात चौके की मदद से 60 रन बनाए। जडेजा की गेंद वह विनय कुमार के हाथों लपके गए। जोनाथन ट्रॉट 42 गेंदों में 26 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्हें जडेजा ने बोल्ड कर दिया। कुक और ट्रॉट के बीच तीसरे विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी हुई।
इंग्लैंड का चौथा विकेट ट्रॉट के रूप में 120 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद इंग्लैंड के बल्लेबाजों का पतझड़ शुरू हो गया और कोई बड़ी साझेदारी नहीं हो पाई। रवि बोपारा (8), बेयर्सटो (3), टिम ब्रेसनन (4), ग्रीम स्वान (8), समित पटेल (16) और डेर्नबैक (2) सस्ते में आउट हुए। स्टीवन फिन 18 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत की ओर से रवींद्र जडेजा और आर. अश्विन ने तीन-तीन विकेट हासिल किए। उमेश यादव को दो और प्रवीण को एक सफलता मिली।
इससे पहले, धौनी (नाबाद 87) और सुरेश रैना (61) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों की समाप्ति तक सात विकेट पर 300 रन बनाए। इसमें गौतम गम्भीर के 32, विराट कोहली के 37 और रवींद्र जडेजा के 27 रन भी शामिल हैं।
कप्तान धौनी ने 70 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और दो छक्के लगाए जबकि रैना ने 55 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्के जड़े। इस मैच में अपने करियर का 3000 रन पूरे करने वाले रैना ने कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 44 और कप्तान के साथ पांचवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े।
वर्ष 2005 में दाम्बुला में पहला एकदिवसीय मैच खेलने वाले रैना से पहले 16 भारतीय बल्लेबाज एकदिवसीय मैचों में 3000 या उससे अधिक रन बना चुके हैं। इनमें सबसे पहला स्थान सचिन तेंदुलकर का है, जिनके नाम 18111 रनों का विश्व रिकार्ड दर्ज है।
पार्थिव पटेल (9) के सस्ते में आउट होने के बाद विकेट पर आए कोहली ने इससे पहले अंजिक्य रेहाने (15) के साथ दूसरे विकेट के लिए 35 रनों की साझेदारी निभाई। कोहली की पारी इतनी सूझबूझभरी रही कि उन्होंने 63 गेंदों का सामना किया लेकिन एक भी चौका नहीं लगा सके। कोहली और गम्भीर के बीच तीसरे विकेट के लिए 27 रनों की साझेदारी हुई। गम्भीर ने 33 गेंदों पर चार चौके लगाए।
मैच की सबसे उपयोगी साझेदारी जडेजा और कप्तान धौनी के बीच छठे विकेट के लिए 65 रनों की हुई। इन दोनों बल्लेबाजों ने मात्र 43 गेंदों पर इतने रन बटोरकर भारत को सम्मानजनक योग दिलाने में अहम भूमिका निभाई। जडेजा अगर 260 रनों के कुल योग पर रन आउट नहीं हुए होते तो यह साझेदारी कमाल कर सकती थी। जडेजा ने 22 गेंदों पर दो छक्के और एक चौका लगाया।
रेहाने का विकेट ग्रीम स्वान ने लिया जबकि 33 गेंदों पर चार चौके लगाने वाले गम्भीर को जेड डर्नबैक ने अपनी धीमी गेंद पर पगबाधा आउट किया। कोहली 123 रन के कुल योग पर समित पटेल की गेंद पर केविन पीटरसन के हाथों लपके गए। कोहली ने 63 गेंदों का सामना किया।
कोहली और गम्भीर ने तीसरे विकेट के लिए 27 रन जोड़े। इससे पहले गम्भीर ने रेहाने के साथ 35 रन जोड़े थे। कोहली और रैना के बीच चौथे विकेट के लिए 44 रनों की साझेदारी हुई।
जडेजा के आउट होने के बाद कप्तान ने अपना आक्रामक रुख जारी रखा और रविचंद्रन अश्विन (8) के साथ सातवें विकेट के लिए 22 तथा प्रवीण कुमार (1) के साथ आठवें विकेट के लिए नाबाद 18 रन जोड़े। यह अलग बात है कि इस साझेदारी के 99 फीसदी रन धौनी के बल्ले से निकले।
मौजूदा श्रृंखला के अंतर्गत दोनों टीमों के बीच पांच एकदिवसीय और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला जाएगा। दूसरा एकदिवसीय मैच 17 अक्टूबर को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में होगा। एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच 29 अक्टूबर को कोलकाता में खेला जाएगा।
दो महीनों के भीतर दोनों टीमों के बीच यह दूसरी एकदिवसीय श्रृंखला है। इससे पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर पांच एकदिवसीय मैच खेले थे, जिसमें उसे 0-3 से हार मिली थी। दो मुकाबले बारिश की भेंट चढ़ गए थे।