वाशिंगटन, Hindi7.com ।। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक और मंदी के आने का डर सता रहा है। ओबामा ने कहा कि कर्ज की ऊपरी सीमा बढ़ाए जाने में कांग्रेस विफल रहा है। यहीं विफलता दूसरी मंदी के जन्म का कारण बन सकती है। अमेरिकी सरकार ने मई में ही वर्तमान कर्ज की ऊपरी सीमा 142.9 खरब डॉलर को पार कर लिया था, लेकिन वित्त विभाग ने विशेष कदम उठाते हुए दो अगस्त तक के लिए कोष की व्यवस्था कर रखी है।
बीते कल व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में कर्ज की ऊपरी सीमा के ऊपर पूछे गए, एक सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा कि यह ऐसा मामला है, जिसके साथ हम खिलवाड़ नहीं कर सकते। यदि कांग्रेस ऐसा करने में विफल रहती है, तो राजकोष खाली हो जाएगा। वह बिलों का भुगतान नहीं कर सकेगा और इससे दुनिया के पूंजी बाजार पर असर पड़ेगा, क्योंकि अमेरिका की साख को लेकर दुनिया के विश्वास का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इस तरह हमारी साख गिर जाएगी और ब्याज दरों में अचानक उछाल आ जाएगा। ऐसा होने पर एक नई मंदी का जन्म हो जाएगा, जो पूरी दुनिया के लिए खतरनाक होगा।