वॉशिंगटन, Hindi7.com ।। एक शोध के मुताबिक, टूटे हुए कॉम्पैक्ट फ्लोरेसेंट लाइट [सीएफएल] बल्ब इंसानी जिंदगी के लिए खतरनाक हैं। इस शोध में ऐसा पाया गया है कि इनसे निकलने वाला मरक्यूरी भेपर हफ्तों तक हवा में सक्रिय रहता है।

जैक्सन स्टेट यूनिवर्सिटी के याडोंग ली और ली जिन के शोध के मुताबिक, एक टूटे हुए सीएफएल से निकलने वाला लीक्विड भेपर की कुल मात्रा कभी-कभी सुरक्षित मात्रा को पार कर जाती है, जिससे इंसान को खतरा हो सकता है। विभिन्न प्रकार के सीएफएल बल्बों से अलग-अलग मात्रा में मरक्यूरी भेपर निकलता है और इसका मानव शरीर पर उसी अनुसार असर पड़ता है।

टूटे हुए सीएफएल से निकलने वाले मरक्यूरी भेपर सांसों के माध्यम से इंसान के शरीर में प्रवेश करते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि टूटने के बाद इसे जल्द से जल्द हटा लिया जाय। साथ ही साथ इसके सम्पर्क में आनेवाले व्यक्ति को तत्काल हवादार स्थान में जाना चाहिए।

वैसे एक टूटे हुए सीएफएल से निकलने वाला लीक्विड मक्यूरी [एचजी] इंसानों के लिए अधिक खतरनाक नहीं है, लेकिन एक साथ कई सीएफएल टूटे हुए पड़े हैं, तो आपको इससे जरूर खतरा है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप इसके प्रति सावधान रहे। कई लोगों की यह आदत होती है कि वे ऐसे खराब और टूटे हुए बल्बों को घर के किसी कोने या कबाड़ कोने में सहेज कर रखते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो तुरंत अपनी इस आदत को बदलिए और जब भी कोई सीएफएल बल्ब टूटे, तो उसे सहेज कर रखने के बदले उसे जमीन में गहरा गढ्ढा खोदकर गाढ़ दें।

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