नई दिल्ली ।। नकदी की कमी से जूझ रहे देश के नागरिक उड्डयन उद्योग को संकट से निकालने के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को विमान कम्पनियों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री वायलार रवि ने संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में शुक्रवार को कहा, “प्रधानमंत्री चिंतित हैं.. यह सम्पर्क का बड़ा जरिया है और देश के विकास में सहायक भी।”

रवि ने इस सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया कि क्या सरकार इन विमानन कम्पनियों को संकट से उबारने के लिए विशेष पैकेज देने पर विचार कर रही है? घरेलू विमानन कम्पनियों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने सम्बंध में भी उन्होंने कुछ कहने से इंकार कर दिया और कहा कि संसद का सत्र चल रहा है, इसलिए इस बारे में वह कुछ नहीं कहेंगे।

किंगफिशर, जेट और स्पाइस जेट जैसी तीन बड़ी विमानन कम्पनियों को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बड़ा नुकसान हुआ है।

किंगफिशर की बात करें तो ईंधन की कीमत में वृद्धि और कम मुनाफे की वजह से उसे 468.66 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इस समय कम्पनी का नुकसान 230.81 करोड़ रुपये का था।

जेट एयरवेज को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 713.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि पिछले साल इस अवधि में उसे 12.40 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।

इसी तरह स्पाइसजेट को दूसरी तिमाही में 240 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इस दौरान उसे 10 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।

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