इस्लामाबाद ।। दिल की बीमारी के इलाज के लिए अचानक देश छोड़कर दुबई गए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी रविवार रात पाकिस्तान लौट आए। इसके साथ ही तख्तापलट की अफवाहों पर विराम लग गया है। जरदारी सोमवार को काम पर लौट आए।
जियो न्यूज के हवाले से बताया गया है कि दुबई में इलाज के लिए करीब दो सप्ताह का समय बिताने के बाद 56 वर्षीय जरदारी कराची लौट आए हैं।
जरदारी के अचानक देश छोड़कर चले जाने से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। इसके बाद प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की ओर से अमेरिकी सीनेट में दिए गए सम्बोधन ने और भी संशय की स्थिति पैदा कर दी थी। गिलानी ने कहा था कि बीमार जरदारी को पाकिस्तान के अस्पतालों में जान का खतरा था।
जरदारी के कराची स्थित आधिकारिक आवास बिलावल हाउस के प्रवक्ता एजाज दुर्रानी ने कहा है कि राष्ट्रपति पूरी तरह स्वस्थ हैं और वह सोमवार से राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगे व पार्टी नेताओं से मिलेंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक दुर्रानी ने कहा कि जरदारी कराची में कुछ दिन बिताने के बाद इस्लामाबाद पहुंचेंगे।
वह एक विशेष विमान से कराची स्थित पाकिस्तानी वायु सेना के हवाई ठिकाने पर पहुंचे।
शुरुआती रपटों में कहा गया था कि वह दिल की बीमारी के इलाज के लिए छह दिसम्बर को पाकिस्तान से बाहर गए। दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना के चिकित्सकों ने उन्हें पूरी तरह स्वस्थ घोषित किया था। एक अमेरिकी पत्रिका ने उन्हें दिल का दौरा पड़ने की बात कही थी।
बाद में कुछ मीडिया रपटों में कहा गया कि उन्हें मस्तिष्काघात हुआ है। इस वजह से उनके दिमाग में रक्तस्राव हुआ है और उनके चेहरे को लकवा मार गया है। इसके अलावा सैन्य तख्तापलट की भी अफवाह थी।