भारतीय वायु सेना में लड़ाकू विमानों की कमी को लेकर हर भारतीय के मन में चिंता थी। लेकिन अब इस चिंता को खत्म करने के लिए भारत सरकार और सेना ने काम करना शुरू कर दिया है। भारतीय वायु सेना को 110 फाइटर जेट की जरूरत थी जिसके लिए 6 अप्रैल को टेंडर निकाल दिए गए हैं।
वायु सेना के लिए हुई रक्षा डील
पिछले कई सालों में इतनी बड़ी रक्षा डील नहीं हुई है। अगर यह डील किसी कंपनी के साथ क्लोज होती है तो पिछले कुछ सालों की दुनिया की सबसे बड़ी रक्षा डील होगी।
अधिकारियों ने बताया कि इस डील के साथ ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को भी सपोर्ट मिलेगा। जिस भी कंपनी के साथ यह डील तय होती है उसे एक भारतीय कंपनी को भी अपने साथ शामिल करना होगा। इस डील के तहत भारतीय कंपनी को विदेश से उच्च तकनीक प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे उच्च रक्षा तकनीक प्राप्त करने में आसानी होगी।
यह तय है कि इस डील को पाने के लिए दुनिया भर की कंपनियां अपनी जान लगा देंगी। लेकिन बोइंग और लॉकहीड मार्टिन में कमरतोड़ होड होगी। इन दोनों कंपनियों ने पहले ही भारत में लड़ाकू विमान बनाने का प्रस्ताव दिया हुआ है।