जीएसपी (GSP) यानी जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (जीएसपी) के तहत अमेरिका विकासशील देशों को आयात शुल्क में छूट देता है जिसमे भारत को आयात शुल्क में 1-6% तक छूट मिलती है | भारत अपने 1900 उत्पाद अमेरिका भेजता है। जिन पर वहां 1-6% तक इंपोर्ट ड्यूटी में छूट का फायदा होता है। लेकिन अमेरिका ने अब भारत और तुर्की को इस प्रोग्राम से बाहर करने का फ़ैसला लिया है |
पर भारत भी इस फ़ैसले पर चुप्पी बनाए रखने वाला नही है | भारत अमेरिका के इस फ़ैसले को WTO मे चुनौती दे सकता है | इसके साथ ही भारत अन्य विकल्पों पर भी विचार करेगा |
सूत्रों की माने तो भारत 1 April 2019 से अमेरिका के 29 उत्पादो पर शुल्क बढ़ा सकता है | अमेरिका ने पिछले साल मार्च 2018 में एल्युमिनियम और स्टील के भारतीय इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाया था | जिसके जवाब मे भारत ने जून 2018 में 29 अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया। अगस्त 2018 मे यह लागू होना था लेकिन, 6 बार इसकी समय सीमा बढ़ाई गई क्योंकि दोनों देशों के बीच ट्रेड पैकेज को लेकर वार्ता चल रही थी। मौजूदा डेडलाइन 1 अप्रैल है।
हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि डब्ल्यूटीओ में जाने से यह विवाद लंबा जा सकता है इसलिए भारत और अमेरिका को आपस मे ही इस विवाद को सुलझा लेना चाहिए |