अनुसूचित जाति–जनजाति अधिनियम में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश के विभिन्न शहरों में जो आगजनी हुई वो जन आक्रोश नहीं बल्कि सोची समझी हुई चाल थी।
क्या सुनियोजित थी भारत बंद की प्रक्रिया?
जी हां, इंटेलिजेंस की रिपोर्ट पर विश्वास करें तो भारत बंद के नाम पर फैलाई गई हिंसा और आगजनी पूरी तरह सुनियोजित थी और इसके लिए बकायदा ट्रेनिंग भी करवाई गई थी। इंटेलिजेंस से आए इस इनपुट पर उन लोगों के बयानों ने मुहर लगा दी है जिन्हें हिंसा के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट में यह सामने आया है कि ग्वालियर और चंबल के कुछ भागों में करीब तीन दर्जन से ज्यादा संगठनों ने पूरे भारत में हिंसा फैलाने के लिए यहां लोगों को ट्रेनिंग दी। इन संगठनों ने अपने विश्वास प्राप्त लोगों को लाठी ठंडे तक बाटें। इस ट्रेनिंग में लोगों को यह भी बताया गया कि किसे कहां मौजूद रहना और किस प्रकार से हिंसा को अंजाम देना है।
इंटेलिजेंस ने ऐसे संगठनों को चिन्हित कर लिया है और कुछ की तो धरपकड़ भी शुरू कर दी है।