भारत एक लोकतांत्रिक देश है। भारत में अबतक कुल 15 लोग देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। देश के कुछ नेता ऐसे रहे हैं जो कई बार प्रधानमंत्री बने तो कुछ ऐसे हुएं जो अपने कार्यकाल में एक बार भी लोकसभा भी नहीं जा सकें। आइए जानते हैं प्रधानमंत्रियों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।
जवाहर लाल नेहरू
जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने उन्होनें 1952,1957 और 1962 के आम चुनावों में जीत प्राप्त की थी। नेहरू को नव भारत का निर्माता कहा जाता है। कश्मीर नीति और चीन के साथ युद्ध में हार में नेहरू की नीतिगत आलोचना की जाती है। नेहरू भारत को एक समाजवादी और गुटनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में बनाना चाहते थे।
गुलजारी लाल नंदा
गुलजारी लाल नंदा कई बार भारत के प्रधानमंत्री बने लेकिन वो हर बार अ स्थायी प्रधानमंत्री बनाए गये। कभी भी चुनाव जीतकर वो सदन के नेता नहीं बने।
लालबहादुर शास्त्री
लालबाहदुर शास्त्री मात्र 2 वर्ष ही भारत के प्रधानमंत्री बनकर रह पाए। ताशकंद में उनकी संदेहास्पद मौत हो गयी। शास्त्री को भारत पाकिस्तान युद्ध 1965 में देश को जीत दिलाने के लिये याद किया जाता है। शास्त्री काफी इमानदार राजनेता माने जाते थे।
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी देश के इतिहास की अब तक की एक मात्र महिला प्रधानमंत्री रही है। इंदिरा गांधी को काफी मजबूत नेता माना जाता है। इंदिरा लगभग 16 वर्ष तक देश की प्रधानमंत्री रही। 1971 के पाकिस्तान युद्ध में उनके प्रधानमंत्री काल में ही देश को जीत मिली थी। इंदिरा गांधी को देश में आपातकाल लगाने के लिए भी याद किया जाता है। इंदिरा गांधी देश की पहली प्रधानमंत्री थी जिनकी हत्या कर दी गयी।
मोरारजी देसाई
मोरारजी देसाई देश के पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे। मोरारजी देसाई पहले कांग्रेस में थे। लालबहादुर शास्त्री की मौत के बाद उन्हें प्रधानमंत्री का प्रबल दावेदार माना जाता था। लेकिन इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बना दिया गया था। बाद में उन्होने कांग्रेस छोड़कर जनता पार्टी ज्वाइन कर लिया। 1977 में वो प्रधानमंत्री बने।
राजीव गांधी
राजीव गांधी इंदिरा गांधी के हत्या के बाद देश के प्रधानमंत्री बने थे। राजीव गाधी को देश में कंप्यूटर क्रांति का जनक माना जाता है। राजीव गांधी के नेतृत्व वाली सरकार को इतिहास में सबसे अधिक 401 सीट मिली थी। राजीव गांधी की 1991 में एक चुनावी सभा में हत्या कर दी गयी। राजीव देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी थे।
विश्वनाथ प्रताप सिंह
विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के दूसरे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे। विश्वनाथ प्रताप सिंह राजीव गांधी की सरकार में वित्त मंत्री थे। उन्होनें बोफर्स सौदे में दलाली का आरोप लगा कर कांग्रेस पार्टी छोड़ दिया था। बाद में वो विपक्ष की तरफ से 1989 प्रधानमंत्री बनाए गये। मंडल आयोग की सिफारिस को लागू करने के लिए उन्हें याद किया जाता है।
नरसिंह राव
नरसिंह राव 1991 में देश के प्रधानमंत्री बने थे। नरसिंह राव के कार्यकाल में देश ने अपने आर्थिक नीतियों में परिवर्तन लाया था। पहली बार भारत ने अपने बाजार को विश्व के लिये खोल दिया था। नरसिंह राव सांसद रिश्वत मामले सहित कई मामले में विवादों में भी रहे।
अटल विहारी वाजपेयी
अटल विहारी वाजपेयी 3 बार भारत के प्रधानमंत्री बने हलांकि कभी भी वो अपना पूरा कार्यकाल नहीं पूरा कर सकें। अटल विहारी वाजपेयी को पोखरण में परमाण परिक्षण के लिए याद किया जाता है। अटल विहारी वाजपेयी काफी मृदुल स्वाभाव के नेता माने जाते थे।
एच डी देवगौड़ा
एच डी देवगौड़ा देश लगभग 10 महिने तक देश के प्रधानमंत्री रहे। एच डी देवगौड़ा संयुक्त मोर्चा की तरफ से 1996 मे प्रधानमंत्री बनाए गये थे। देवगौड़ा की सरकार कांग्रेस के समर्थण वापस लेने के बाद अल्पमत हो गयी थी।
इंद्र कुमार गुजराल
इंद्र कुमार गुजराल एच डी देवगौड़ा के बाद देश के प्रधानमंत्री बने थे। गुजराल को एक कुशल और इमानदार नेता माना जाता था। गुजराल की विदेश नीति की काफी तारिफ की जाती है। गुजराल की लुक इस्ट की नीति को भारत आज भी फोलो कर रहा है।
मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह दो बार देश के प्रधानमंत्री बने मनमोहन सिंह सोनिया गांधी के इनकार करने के बाद प्रधानमंत्री बने थे। मनमोहन सिंह एक जाने माने अर्थशास्त्री माने जाते हैं। वित्त मंत्री रहते हुएं उन्होने ही नयी आर्थिक नीति के स्वरूप को लाया था। प्रधानमत्री बनने के बाद मनरेगा और सूचना का अधिकार जैसे कानून भी इनके कार्यकाल में ही लाया गया।
नरेन्द्र मोदी
नरेन्द्र मोदी देश के पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्हे पुर्ण बहुमत प्राप्त हुआ । नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने अपने दम पर 283 सीट जीत दर्ज की थी। नरेन्द्र मोदी ने देश में स्वच्छता को एक अभियान के रूप में फैलाने का काम किया। नरेन्द्र मोदी को एक मजबूत नेता के रूप में माना जाता है।