नई दिल्ली ।। आज से 42 साल पहले अपना फिल्मी सफर शुरू करने वाले बॉलिवपुड के महानायक अमिताभ बच्चन का आज 70वां जन्म दिन है। 11 अक्टूबर 2011 यानी की आज के दिन बॉलिवुड का एंग्री यंगमैन अपने जीवन के 70वें पड़ाव पर पहुंच चुका है।
42 साल पहले जब बॉलिवुड के इस एंग्री यंगमैन ने अपना फिल्मी सफर शुरू किया था, तब किसको मालूम था कि दुबला-पतला सा दिखने वाला ये युवक एक दिन हिन्दी फिल्मी दुनिया का शहंशाह कहलाएगा।
30 की उम्र तक अमिताभ की पहचान ज्यादा कुछ नहीं थी। दुनिया की नजरों में वे डॉक्टर हरिवंश राय बच्चन के बड़े बेटे से ज्यादा कुछ भी न थे और उनके बेहद लंबे कद का भी मजाक उड़ाया जाता था। पर अपनी मेहनत के बूते बच्चन से बड़ा कद कब अमिताभ का हो गया ये खुद सदी के महानायक को भी महसुस नहीं हुआ।
1973 तक अमिताभ से सफलता दूर-दूर ही रही, लेकिन इसी साल पर्दें पर आई उनकी फिल्म ‘जंजीर’ ने अमिताभ की तकदीर ही बदल के रख दी। अब अमिताभ शब्द अभिनय की दुनिया में मील का पथ्थर माना जाने लगा था। हर कोई बस अमिताभ ही बनाना चाहता था।
आज अमिताभ बच्चन भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रमुख व्यक्तित्व बन गए हैं। सदी के महानायक ने अपने कैरियर में कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और बारह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार शामिल है। उनके नाम सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता फिल्मफेयर अवार्ड का रिकार्ड है। अभिनय के अलावा बच्चन ने पार्श्वगायक, फिल्म निर्माता और टीवी प्रस्तोता और भारतीय संसद के एक निर्वाचित सदस्य के रूप में 1984 से 1987 तक भूमिका की हैं।
अपने जीवन में आज तक अमिताभ बच्चन ने कई उपलब्धियां पाई हैं, लेकिन इस सबके बावजूद आज भी अमिताभ उसी निष्ठा-भाव से अपने काम को करते हैं जिस निष्ठा-भाव से उन्होंने अपने फिल्मी कैरियर की शूरूवात की थी। 70 वर्ष के हो जाने के बावजूद अमिताभ आज तक थमें नहीं है और हिन्दी फिल्मी जगत में अपना योगदान करने में जुटे हुए हैं। हमारा इस सदी के महानायक को सलाम…
[ कुलवीर ]