नई दिल्ली ।। भारतीय क्रिकेट टीम ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम ने तीसरे सबसे बड़े स्कोर को पार करते हुए यह जीत हासिल की।
भारतीय टीम को कोटला में जीत हासिल करने के लिए 276 रन बनाने की जरूरत थी, जो उसने 80.4 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर बना लिया। इससे पहले भारत ने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 387 रन और 1976 में पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 403 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक पार किया था।
पोर्ट ऑफ स्पेन में जहां सुनील गावस्कर (102), मोहिंदर अमरनाथ (85) और गुंडप्पा विश्वनाथ (112) भारतीय टीम की जीत के हीरो रहे थे वहीं चेन्नई में गौतम गम्भीर (66), वीरेंद्र सहवाग (83), सचिन तेंदुलकर (103) और युवराज सिंह (नाबाद 83) ने जीत का रास्ता साफ किया था।
कोटला में दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए सहवाग ने 55, तेंदुलकर ने 76 और वी.वी.एस. लक्ष्मण ने नाबाद 58 रनोंे का योगदान दिया। इस जीत में अपना पहला टेस्ट खेल रहे ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की अहम भूमिका रही, जिन्होंने कुल नौ विकेट हासिल किए।