Home देश विशाखापट्टनम एकदिवसीय : भारत जीता, कोहली व रोहित बने नायक

विशाखापट्टनम एकदिवसीय : भारत जीता, कोहली व रोहित बने नायक

विशाखापट्टनम ।। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह और नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अनुपस्थिति में भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने जोश व संयम का भरपूर परिचय देते हुए शुक्रवार को वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट मैदान पर खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में वेस्टइंडीज की यंग बिग्रेड को पांच विकेट से पराजित कर दिया। इस जीत के साथ ही पांच मैचों की इस श्रृंखला में भारतीय टीम अब 2-0 से आगे हो गई है। उसने कटक में मंगलवार को खेले गए पहले मुकाबले में एक विकेट से जीत हासिल की थी।

तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर रवि रामपॉल (नाबाद 86) ने 10वें क्रम पर खेलते हुए एकदिवसीय मैचों के इतिहास के सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोरर बने। उन्होंने केमार रोच के साथ मिलकर 10वें विकेट के लिए एकदिवसीय इतिहास की तीसरे सबसे सर्वश्रेष्ठ 99 रनों की साझेदारी की लेकिन भारत के युवा बल्लेबाजों विराट कोहली और रोहित शर्मा ने उनके इस प्रदर्शन को फीका कर दिया।

युवा बल्लेबाज विराट कोहली के शानदार 117 और रोहित शर्मा के 90 नाबाद रनों की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को पांच विकेट से पराजित कर दिया। वेस्टइंडीज की ओर से रखे गए 270 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 11 गेंदें शेष रहते जीत हासिल कर ली।

कोहली ने 123 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 117 रन बनाए जबकि रोहित शर्मा ने 98 गेंदों पर 90 रनों की अहम पारी खेली। चौथे विकेट के लिए दोनों के बीच 163 रनों की साझेदारी हुई। कोहली को उनके इस शनदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।

भारत ने तीन रन के कुल योग पर पार्थिव पटेल का विकेट गंवाया था। पटेल दो रन बनाकर केमार रोच की गेंद पर आउट हुए। इसके बाद 29 रन के कुल योग पर गौतम गम्भीर (12) आउट हुए। गम्भीर का विकेट रवि रामपाल ने लिया।

कप्तान वीरेंद्र सहवाग के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। सहवाग ने 35 गेंदों पर 26 रन बनाए। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने तीन चौके जड़े। मार्लन सैमुएल्स ने सहवाग को विकेट हासिल किया।

इससे पहले, पहली पारी में जो कुछ हुआ, उसकी उम्मीद न तो भारतीय खिलाड़ियों ने की होगी और न ही दर्शकों ने। भारतीय गेंदबाजों ने 170 रन के कुल योग पर कैरेबियाई टीम के नौ विकेट झटक लिए थे लेकिन रवि रामपाल (नाबाद 86) और केमार रोच (नाबाद 24) ने अंतिम विकेट के लिए 99 रन जोड़कर अपनी टीम को न सिर्फ सम्मानजनक योग तक पहुंचाया बल्कि ऐसी सुखद में स्थिति में ला दिया, जहां से मैच जीतना भारतीय टीम के लिए भी आसान नहीं होगा। 

66 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके और इतने ही छक्के लगाने वाले रामपाल तथा 36 गेंदों पर तीन चौके लगाने वाले रोच की साहसिक पारियों की बदौलत मेहमान टीम ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों मे नौ विकेट पर 269 रन बनाए। रामपाल 10वें क्रम पर खेलते हुए एकदिवसीय मैचों के इतिहास के सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोरर बने।

इस जोड़ी ने उम्दा प्रदर्शन कर रहे भारतीय गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए मैदान के हर कोने में शॉट लगाए और 14 ओवरों तक बल्लेबाजी की। इस जोड़ी ने 7.07 के रन रेट से रन बटोरे और 10वें विकेट के लिए एकदिवसीय मैचों के इतिहास की तीसरी और वेस्टइंडीज की ओर से दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम दिया। 

इसके अलावा सलामी बल्लेबाज लेंडल सिमंस ने 78 की शानदार पारी खेली। केरन पालार्ड ने भी 35 रनों का योगदान दिया। पोलार्ड और सिमंस ने छठे विकेट के लिए 56 रन जोड़े। सिमंस ने 102 गेंदों की पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। पोलार्ड ने अपनी छवि के अनुरूप खेलते हुए 30 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाए।

भारत की ओर से उमेश यादव ने तीन विकेट लिए जबकि रवींद्र जडेजा और विनय कुमार को दो-दो सफलता मिली। रविचंद्रन अश्विन ने एक विकेट लिया। उमेश और विनय ने अपनी गेंदों की रफ्तार और लय बरकरार रखी लेकिन वरुण एरॉन ने 10 ओवर के कोटे में 66 रन दिए। अश्विन भी काफी महंगे साबित हुए। उनके 10 ओवरों में 74 रन बने।

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