मुम्बई ।। वेस्टइंडीज के साथ वानखेड़े स्टेडियम में जारी तीसरे टेस्ट मैच को जीतने के लिए भारतीय टीम को 243 रनों की जरूरत है। भारतीय टीम ने पांचवें दिन शनिवार को सुबह के सत्र में मेहमान टीम के आठ विकेट झटककर उसकी पारी 134 रनों पर समेट दी। इस तरह मेहमान टीम की कुल बढ़त 242 रनों की है।
भारत की ओर से प्रज्ञान ओझा और आर. अश्विन ने घातक गेंदबाजी की। प्रज्ञान ने जहां छह बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई वहीं अश्विन ने चार विकेट अपनी झोली में डाले। अभी पूरे दिन का खेल बचा हुआ है और अगर भारतीय टीम जीत के इरादे से मैदान पर उतरे तो मैच का नतीजा निकल सकता है।
सुबह के सत्र में नियमित अंतराल पर मेहमान टीम के विकेट गिरते रहे। शुक्रवार को नाबाद लौटे क्रेग ब्राथवेट 35 रन बनाकर और श्रृंखला में दूसरा शतक जड़ने वाले डेरेन ब्रावो 48 रन बनाकर ओझा के शिकार बने।
इसके बाद कैरीबियाई टीम का कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं सका और मार्लन सैमुएल्स (0), काल्र्टन बाघ (1), केरेन पॉवेल (11) और रवि रामपाल (0) के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बार कप्तान डेरेन सैमी 10 और देवेंद्र बीशु शून्य के स्कोर पर अश्विन के शिकार बने। फिडेल एडवडर्स दो रन बनाकर नाबाद लौटे। मेहमान टीम के तीन खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए।
मेहमान टीम ने पहली पारी 590 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था, जिसके जवाब में भारतीय टीम 482 रन बनाकर आउट हो गई। इस तरह पहली पारी के आधार पर उसे 108 रनों की बढ़त हासिल हुई थी।