लंदन ।। इस सदी के अंत तक समुद्र के जलस्तर में 60 सेंटीमीटर तक की वृद्धि होगी, जबकि अगली चार शताब्दियों तक इसमें अतिरिक्त 180 सेंटीमीटर की वृद्धि होगी। परिणामस्वरूप, दुनियाभर में समुद्र के किनारे वाले और कई निचले इलाके डूब जाएंगे।
यह आकलन ‘यूनीवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन’ के शोधकर्ताओं की शोध रिपोर्ट पर आधारित है। शोधकर्ताओं ने ग्रीन हाऊस गैसों के उत्सर्जन और बढ़ते प्रदूषण के आधार पर यह आकलन पेश किया है। शोधकर्ताओं की रिपोर्ट ‘ग्लोबल एंड प्लेनेटरी चेंज’ नामक जर्नल में प्रकाशित हुई है।
‘यूनीवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन’ में सेंटर फॉर आइस एंड क्लाइमेट के शोधकर्ता अस्लाक ग्रिंस्टेड के अनुसार, “मौजूदा स्थिति के आधार पर हमने समुद्र के जल स्तर में अगले 500 वर्षो में परिवर्तन का आकलन पेश किया है।”
यूनीवर्सिटी की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया है कि ग्रीन हाऊस गैसों के उत्सर्जन में कमी के प्रयास के बावजूद समुद्र के जलस्तर में वृद्धि को नहीं रोका जा सकेगा।