दरअसल, पूरा बाकया यह है कि जब जज इस चोर को सजा सुनाने लगे, तो चोर ने बताया कि उसके घर में एक पालतू बिल्ली है, जो उसके सजा होने के बाद अकेली रह जाएगी। बस, जज ने अपना फैसला बदलते हुए कहा कि तुम घर जाकर अपने बिल्ली की सेवा करो।
यह घटना कोलचेस्टर की है। चोरी का आरोपी स्टीवन थॉर्न को जब अदालत में पेश किया गया, तो न्यायाधीश डेविड कूपर को उसने बताया कि उसकी पालतू बिल्ली घर में अकेली है। अब प्रश्न सिर्फ सजा का नहीं वरन् बिल्ली के जीवन का भी था। जज ने सोचने के बाद स्टीवन पर 75 पौंड का जुर्माना लगाते हुए घर जाने की इजाजत दे दी।