नए अनुसंधान से पता चला है कि पैदल चलने या साइकिल चलाने की बनिस्बत कार या सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर होता है।
बीएमसी पब्लिक हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित रपट के अनुसार, लुंड युनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने 18 से 65 वर्ष तक की उम्र वाले ऐसे 21,000 लोगों को अपने अनुसंधान में शामिल किया, जो सप्ताह में 30 घंटे से अधिक समय तक काम करते थे और या तो कार, रेल, बस से यात्रा करते थे, या फिर वे पैदल चलते थे या साइकिल चलाते थे।
लुंड युनिवर्सिटी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, एक तरफ की यात्रा में लगने वाले समय की तुलना सामान्य स्वास्थ्य वाले स्वयंसेवकों से की गई।
लुंड युनिवर्सिटी के चिकित्सा विभाग से सम्बद्ध एरिक हैंसन ने कहा, “आमतौर पर कार या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने वालों को हर रोज अधिक तनाव, अनिंद्रा, थकान से पीड़ित पाया गया।”
हैंसन ने कहा, “सात बिंदुओं वाले पैमाने पर हमने महसूस किया कि कार या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कर कार्यस्थल पर जाने वाले लोग पैदल या साइकिल चलाकर कार्यालय जाने वालों की बनिस्बत अस्वस्थ थे।”