
समाचार पत्र ‘डेली मेल’ द्वारा जारी रपट के अनुसार, पांच वर्ष की उम्र वर्ग के विद्यार्थियों को मसाज की तकनीक सिखाई गई है, जिसका अभ्यास वे हर रोज भोजनावकाश के समय अपने साथियों पर करते हैं।
वरसेस्टरशायर के किडरमिनिस्टर में स्थित फ्रेंच कम्युनिटी प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों के अनुसार, दैनिक मसाज का विद्यार्थियों के आचरण पर सकारात्मक असर हुआ है।
यह पहल अध्यापिका ताबिथा स्मिथ ने दो वर्ष पहले अपनी यीयर वन कक्षा में एक प्रमुख पहल के रूप में शुरू की थी। यह इतना सफल हुआ कि बाद में इसे पूरे स्कूल में लागू कर दिया गया।
बच्चे भोजनावकाश में 10 मिनट तक आपस में एक-दूसरे के सिर पर मसाज करते हैं।
स्मिथ (41) ने कहा, “इस योजना का विद्यार्थियों पर गजब का असर हुआ है। इससे उनकी पढ़ाई बिल्कुल प्रभावित नहीं होती, क्योंकि मसाज में मात्र दिन में 10 मिनट का ही समय लगता है।”