80 का दशक बॉलीवुड के इतिहास का ऐसा दौर था जब फिल्मी हीरो से ज्यादा टीवी जगत के चर्चे थे। इस समय किसी भी हीरो की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पा रहीं थीं और शायद यही वजह थी कि दर्शकों का रुझान उस समय टीवी की ओर ज्यादा होने लगा था।
1980 में टीवी पर कई ऐसे धारावाहिक शो की शुरुआत हुई जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया और सराहा भी। आज जो आप डेली सोप देखते हैं उनकी शुरुआत 80 के दशक में हुई थी हालांकि, इनके फॉरमैट में अब काफी बदलाव आ चुका है।
80 के दशक के टीवी सीरियल्स
80 के दौर में बॉलीवुड के सफर पर नज़र डालें तो उस समय फिल्मों से ज्यादा टीवी इंडस्ट्री की धूम थी। इस समय भारतीय टेलीविजन पर कई दिलचस्प कहानियां दिखाई जाती थीं। इन धारावाहिकों की ना केवल कहानी अच्छी हुआ करती थी बल्कि इनमें काम करने वाले एक्टर्स भी अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया करते थे।
आज हम आपको उस बीते दौर के ही कुछ लोकप्रिय धारावाहिकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक समय पर इंडियन टेलीविजन की जान हुआ करते थे।
हम लोग

ये भारतीय टीवी पर प्रसारित होने वाला पहला धारावाहिक शो था। पहला शो होने के कारण इसकी लोकप्रियता भी दर्शकों में काफी ज्यादा थी। कहा जाता है कि उस समय हम लोग सीरियल के प्रसारित होने के समय पर लोग अपने सब काम छोड़ कर टीवी के आगे बैठ जाया करते थे। इस सीरियल में परिवार में आने वाली परेशानियों और समस्याओं को 158 एपिसोड में दिखाया गया था। ये उस दौर का सबसे लोकप्रिय शो था।
फौजी

सभी जानते हैं कि फिल्मों में आने से पहले शाहरुख खाने टीवी पर एक्टिंग करते थे। शाहरुख ने एक्टिंग की दुनिया में अपना डेब्यू फौजी सीरियल से ही किया था। यहीं से हेमा मालिनी ने उनके हुनर को देखकर फिल्मों में उन्हें पहला ब्रेक दिया था। बस इसके बाद शाहरुख खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस शो के बाद शाहरुख को कितनी कामयाबी मिली है ये बताने की तो जरूरत नहीं है। इस शो में सेना में भर्ती जवानों और उनकी सख्त ट्रेनिंग को दिखाया गया था।
रामायण और महाभारत

80 के दशक में आध्यात्मिक एंव धार्मिक धारावाहिकों को भी खूब पसंद किया जाता है। रामायण और महाभारत जैसे धारावाहिकों ने इस दौर में दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है। पांडवो और कौरवों के बीच चले युद्ध महाभारत को इस सीरियल में 94 एपिसोड में दिखाया गया था जबकि रामायण में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम की जीवन गाथा को बड़ी खूबसूरती से दिखाया गया था।
भारत एक खोज
श्याम बेनेगल का ये सीरियल पं. जवाहर लाल नेहरू के जीवन पर आधारित था। इस सीरियल को ज्यादा लोकप्रियता तो नहीं मिल पाई लेकिन टीवी के ड्रामा इतिहास में इसे मील का पत्थर माना जाता है। इसमें रोशन सेठ, ओम पुरी, पल्लवी जोशी, कुलभूषण खरबंदा जैसे दिग्गज कलाकारों ने काम किया था। हालांकि, उस समय ये सभी नए कलाकार थे।
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बुनियाद

टीवी पर फैमिली ड्रामा को एक बार फिर बुनियाद के रूप में लेकर लौटे थे मनोहर श्याम। इस सीरियल में बंटवारे के दौर में परिवार के बीच चल रही उथल-पुथल को दिखाया गया था। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले इस धारावाहिक को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। इस लोकप्रिय धारावाहिक में आलोक नाथ, अनीता कंवर, सुलेखा सीकरी, सुधीर पांडे और सोनी राज़दान, विजेंद्र घाटगे और किरण जुनेजा जैसे मंझे हुए कलाकारों ने काम किया था। इस सीरियल के किरदार लोगों को आज भी याद हैं।
विक्रम और बेताल

80 के दौर में विक्रम और बेताल सीरियल भी लोगों को बहुत पसंद आया था। ये सीरियल उस दौर में चल रहे अन्य धारावाहिकों से बहुत अलग था। इसमें अरुण गोविल ने विक्रम का किरदार निभाया था। ये सीरियल महाकवि सोमदत्त भट्ट की बेताल पच्चीसी पर आधारित था। इस धारावाहिक में राजा विक्रमादित्य एक प्रेत को अपनी पीठ पर लेकर घूमते हैं। हर यात्रा पर ये प्रेत राजा को एक कहानी सुनाता है और अंत में उससे एक सवाल पूछता है। राजा के सही जवाब देने पर प्रेत वापिस पेड़ पर चला जाता है।
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इनके अलावा 80 के दशक में मालगुड़ी डेज़, करमचंद, फूल खिले हैं गुलशन गुलशन, परम वीर चक्र, मिर्जा गालिब, कथा सागर जैसे धारावाहिकों को भी खूब पसंद किया जाता था।
इन सीरियलों को देखने के बाद आपको पता चलेगा कि 80 के दशक में टीवी पर कितना अच्छा और मनोरंजक कंटेंट दिखाया जाता था। इंटरनेट पर आपको ये सीरियल मिल जाएंगें।
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