निर्देशक – नुपुर अस्थाना
मुख्य कलाकार – साक़िब आलम,सबा आजाद, निशांत दहिया और तारा डिसूजा
निर्माता – आशीष पाटिल
कहानी – फिल्म की कहानी चार युवाओं पर आधारित है जो सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक के बहुत आदी हैं। राहुल एक रॉकस्टार है जबकि विशाल एक लेखक, प्रिटी एक फोटोग्राफर है जिसे लड़कों से नफरत है तो खूबसूरत मालविका एक फैशन डिजायनर स्टूडेंट है। चारों की लाइफ में चक्कर है फेसबुक का,सबने फेसबुक पर अपनी नकली पहचान बनाकर रखी है जिसे यह हमेशा छुपाकर रखते हैं।
प्रिटी फेसबुक पर मालविका है वहीं विशाल फेसबुक पर राहुल बनकर सबसे दोस्ती करता है। फेसबुक पर चैटिंग से इनके बीच प्यार पनपता है मगर जब असलियत का पता चलता है तो घोर घन चक्कर पैदा होता है। आगे क्या होता है ‘मुझसे फ्रेंडशिप करोगे’ की कहानी इसी के इर्दगिर्द घूमती है।
अभिनय – सबा आजाद ने अपने मुश्किल किरदार को काफी आसानी से निभाया है। वहीं तारा डिसूजा,साक़िब सलीम और निशांत दहिया ने भी पहली फिल्म होने के नाते बढ़िया अभिनय किया है। दोस्त बने साक़िब और सना की ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री आपको रोमांचित कर देती है।
निर्देशन – कहानी में नयापन है और यह काफी सिंपल भी है। फिल्म की कहानी आज की जनरेशन को ध्यान में रखकर बनाई गई है। किरदारों की वेशभूषा, हाव भाव आज के युवाओं जैसे ही है। फिल्म का दूसरा हिस्सा बेवजह खींचा गया है।
संगीत – इस फिल्म का संगीत दिया है रघु दीक्षित ने। संगीत ठीक है पर फिल्म में लम्बे समय तक याद रहना वाला कोई भी गीत नहीं है।
हमारी राय – फिल्म ठीक-ठाक है और आप इसे देख सकते हैं। लेकिन क्लाइमेक्स तक जाते-जाते फिल्म उबाऊ होने लगती है।
[ कुलवीर ]