लंदन ।। यदि आप सुकूनभरी नींद के लिए नींद की गोलियां लेते हैं तो यह आपके लिए घातक हो सकता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक अन्य लोगों की तुलना में नींद की गोलियां लेने वालों की किसी भी समय मौत का खतरा 36 प्रतिशत ज्यादा होता है।
समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक शोधकर्ता फियोना मैकरे कहती हैं कि यह अध्ययन मस्तिष्क के एक एंजाइम कैल्शियम किनासे को ध्यान में रखकर किया गया था। यह एंजाइम मनुष्य में नींद को नियंत्रित करता है।
शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक प्रयोग में चूहों को एक ऐसी दवा दी गई जिसने मस्तिष्क में इस एंजाइम को काम करने से रोक दिया और ऐसा करने से चूहों ने अधिक नींद ली। ‘न्यूरोसाइंस’ जर्नल के मुताबिक चूहों को इस दवा की अल्प मात्रा ही दी गई थी।
बोस्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता सुबिमल दत्ता का कहना है, “नींद, चेतना में लगातार होने वाला बदलाव है और यह जैविक प्रक्रियाओं, पर्यावरण व व्यवहार में नाजुक संतुलन से नियंत्रित होती है लेकिन इसके नियंत्रण की प्रक्रिया को अच्छी तरह से नहीं समझा जा सका है।”
उन्होंने कहा, “वर्तमान में निद्रा विकारों के लिए जो इलाज दिए जाते हैं, वे आदर्श इलाज नहीं है और अक्सर उनके कई अवांछनीय दुष्प्रभाव होते हैं।”
नींद की कमी से स्वास्थ्य सम्बंधी कई परेशानियां हो सकती हैं। इससे दिल की बीमारी, याददाश्त में कमी और मधुमेह जैसी तकलीफें हो सकती हैं।