इस्लामाबाद ।। पाकिस्तान, अफगानिस्तान की सीमा पर अपनी सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार कर रहा है। अपनी सुरक्षा चौकियों पर 26 नवम्बर के उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हमले के बाद वह आतंकवादियों से लड़ने के बजाय अब अपनी सुरक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहता है।
पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने सैनिकों के लिए अपने संदेश में कहा कि भविष्य में किसी भी आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने के लिए उन्हें हाई कमान से निर्देश का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
समाचार पत्र ‘डॉन’ के अनुसार, कयानी ने सैन्य कमान में अफगानिस्तान के साथ लगती सीमा पर तैनात सैनिकों की भूमिका के बारे में पुनर्विचार करने को कहा।
समाचार पत्र के अनुसार, अफगानिस्तान के साथ लगती सीमा पर तैनात सैनिकों की प्राथमिक जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा के बजाय आतंकवादियों से लड़ना है। लेकिन नाटो हमले के बाद पाकिस्तान इस पर पुनर्विचार कर रहा है।