समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक ओबामा ने यह बयान एडमिरल माइक मुलेन की सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में दिया। मुलेन वर्तमान में ज्वाइंट चीफस ऑफ स्टाफ के प्रमुख हैं।
ओबामा ने कहा कि अमेरिका पर हुए कई बड़े आतंकवादी हमलों के पीछे अल-अवलाकी का हाथ था तथा वह यमन के बहुत से नागरिकों की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार था।
ओबामा ने कहा, “अल-अवलाकी ने वर्ष 2009 में अमेरिका में क्रिसमस डे के मौके पर एक विमान में विस्फोट करने का असफल प्रयास किया था। इसके अलावा वर्ष 2010 में उसने अमेरिकी मालवाहक विमानों को उड़ाने का भी प्रयास किया।”
इससे पूर्व यमन की सेना ने दावा किया था कि अल-अवलाकी दक्षिणपूर्व यमन में एक हवाई हमले में मारा गया।
उल्लेखनीय है कि अल-अवलाकी को अलकायदा का प्रमुख सदस्य था, जो लोगों को संगठन में भर्ती करता था।