क्लिंटन ने न्यूयार्क के इकोनॉमिक क्लब में शुक्रवार को कहा, “जब उनके नेता किसी विदेश नीति की चुनौती को स्पर्श करते हैं, तो वे पहला सवाल यह करते हैं कि यह हमारी आर्थिक वृद्धि को कितना प्रभावित करेगा।”
क्लिंटन ने कहा, “हमें भी यह सवाल पूछने की आवश्यकता है, इसलिए नहीं कि इसका उत्तर हमारी विदेशी नीति के विकल्पों को निर्देशित करेगा, बल्कि इसलिए कि यह समीकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए।” क्लिंटन ने घोषणा की कि वह प्रत्येक कदम में अर्थशास्त्र को शामिल करने के लिए अमेरिकी विदेश नीति की प्राथमिकताओं में सुधार कर रही हैं।
क्लिंटन ने कहा, “अमेरिका अपने लोगों को रोजगार और वृद्धि मुहैया कराने के लिए व्यापार, निवेश और वाणिज्यिक कूटनीति के अपने एजेंडे का आधुनिकीकरण कर रहा है।” उन्होंने कहा कि यदि वाशिंगटन घरेलू राजनीतिक लड़ाइयों में उलझ गया तो यह प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएगा।