इस्लामाबाद ।। चीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी से सम्बंधित कई परियोजनाओं पर पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने के अलावा संयुक्त अनुसंधान भी जोर देगा।
बीजिंग में शुक्रवार को हुई चीन-पाकिस्तान वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी सहयोग सम्बंधी संयुक्त समिति की 17वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया। पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अखलाक अहमद तरार और चीन के विज्ञान और प्रौद्योगिकी उप मंत्री काओ जियानलिन के बीच बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया।
समाचार एजेंसी एसोसिएटिड प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने तरार के हवाले से कहा, “चीन के अधिकारियों के साथ हमारी मुलाकात सफल रही। बैठक में हमने कुछ ऐसी परियोजना की पहचान की जिन्हें हम चीन के साथ मिलकर पाकिस्तान में क्रियान्वित करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि हम दुनियाभर में अपने दोस्तों की मदद से स्वदेशी तकनीक विकसित करना चाहते हैं। यह नई नीति इस साल के अंत तक लागू हो जाएगी।