संयुक्त राष्ट्र ।। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता के दावेदार भारत ने इस वैश्विक संगठन की विश्वसनीयता तथा इसमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का भरोसा बनाए रखने के लिए इसके विस्तार को आवश्यक बताया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को सुरक्षा परिषद के कामकाज के तरीके पर चर्चा के दौरान कहा, “सुरक्षा परिषद के कामकाज में व्यापक सुधार के लिए स्थाई तथा अस्थाई दोनों श्रेणियों में इसका विस्तार आवश्यक है। यह इस अंतर्राष्ट्रीय संगठन की विश्वसनीयता तथा इसमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के भरोसे बनाए रखने के लिए आवश्यक है।”
सुरक्षा परिषद के बेहतर कामकाज के सिलसिले में भारतीय दृष्टिकोण को व्यक्त करते हुए पुरी ने कहा, “सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों को व्यक्तिगत और सामूहिक तौर पर यह समझना चाहिए कि इसमें सुधार अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की मौजूदा वास्तविकताओं को प्रदर्शित करने वाला हो। दूसरे, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी यह समझना चाहिए कि मौजूदा भौगोलिक वास्तविकताओं को प्रदर्शित करने के लिए सुरक्षा परिषद में विसतार से इसकी प्रतिनिधिक छवि में सुधार होगा।”
उन्होंने कहा कि इससे विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा, जिनकी संख्या संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों में बहुत अधिक है और जो सभी आवश्यक साधनों के जरिये अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को बनाए रखने की जिम्मेदारी लेने तथा इसमें योगदान देने के लिए तैयार, क्षमतावान व इच्छुक हैं।
उन्होंने कहा, “सुरक्षा परिषद की वैधता, प्रभावशीलता एवं क्षमता में वृद्धि के लिए इसकी कार्य प्रणाली में वास्तविक सुधार आवश्यक है। कृत्रिम परिवर्तन से कोई सहायता नहीं मिलेगी। वास्तविक सुधार के लिए प्रक्रिया एवं दृष्टिकोण दोनों में परिवर्तन आवश्यक है, जिसके लिए सुरक्षा परिषद के संगठन में सुधार की जरूरत है।”