तेहरान ।। ईरान के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि यदि यूरोपीय देश उससे तेल की खरीद नहीं करते हैं तो उसे इसकी कोई परवाह नहीं है। दरअसल, फ्रांस ने ईरान पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने के लिए यूरोपीय संघ से उससे तेल की खरीद नहीं करने को कहा था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक फ्रांस ने विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर दबाव बनाने के लिए यूरोपीय संघ और पश्चिमी देशों से ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने को कहा था।
फ्रांस, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को यूरोपीय क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए एक ‘अस्वीकार्य खतरा’ मानता है। फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से इस बारे में जर्मनी, कनाडा, अमेरिका, जापान, ब्रिटेन और यूरोपीय परिषद व यूरोपीय आयोग को पत्र लिखा गया है।
नेशनल ईरानीयन ऑयल कम्पनी के प्रबंध निदेशक अहमद घालेबानी ने समाचार एजेंसी आईआरएनए से कहा, “कई देश ईरान के कच्चे तेल के खरीददार हैं और हम उन्हें उनकी जरूरत के हिसाब से आपूर्ति कर रहे हैं। इस कारण हम यूरोप को तेल नहीं बेचे जाने को लेकर भयभीत नहीं है।”
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ईरान, फ्रांस को तेल की बिक्री नहीं कर रहा है और न ही यूरोपीय संघ के सदस्यों को बेची जाने वाली कच्चे तेल की मात्रा का बहुत ज्यादा महत्व है।