विकिलीक्स ने अमेरिकी कूटनीतिक संदेशों को सार्वजनिक कर दुनियाभर में तहलका मचा दिया था। 40 वर्षीय असांज ने स्वीडन के अभियोजकों द्वारा जारी किए गए यूरोपीय गिरफ्तारी वारंट के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी। अगस्त 2010 में असांज की स्टॉकहोम यात्रा के बाद दो महिलाओं ने उन पर बलात्कार और यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाए थे।
वेबसाइट ‘गार्जियन डॉट को डॉट यूके’ के अनुसार अब असांज को 10 दिन के भीतर प्रत्यर्पित किया जा सकता है। असांज 14 दिन के भीतर सर्वोच्च न्यायालय में अपील कर सकते हैं।
असांज दिसम्बर 2010 से नोफरेक में नजरबंद जैसी हालत में हैं। उन्हें रोजना पुलिस स्टेशन में हाजिरी देनी पड़ती है, इलेक्ट्रिक टैग पहनना पड़ता है और रोजाना रात 10 बजे से पहले घर लौटना पड़ता है।
असांज ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि ये आरोप राजनीतिक दुर्भावना से लगाए गए हैं।