यह आरोप पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों ने लगाया है। वेबसाइट ‘अलजजीरा डॉट नेट’ के अनुसार पाकिस्तान सरकार के अधिकारी ने बताया है कि यह बमबारी मोहमंद कबायली क्षेत्र में की गई। इसमें सेना के दो अधिकारी भी मारे गए हैं। उधर नाटो ने कहा है कि सीमा के समीप ‘किसी घटना’ की जानकारी मिली है और इस बात की जांच कराई जा रही है।
मोहमंद के दो सरकारी अधिकारियों मकसूद हसन और हामिद खान ने बताया कि यह चौकी हाल ही में पाकिस्तानी सेना द्वारा सलाला गांव में बनवाई गई थी। इसका उद्देश्य अफगानिस्तान से होने वाली तालिबान आतंकवादियों की घुसपैठ पर काबू पाना है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे अकारण और अविवेकपूर्ण हमला करार दिया है।
इस बीच खबर पख्तूनख्वा प्रांत के गवर्नर मकसूद कौसर ने कहा है कि उन्होंने खबर एजेंसी क्षेत्र के प्रशासक से नाटो का आपूर्ति मार्ग तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है। अफगानिस्तान में तैनात नाटो सुरक्षा बलों के लिए रसद यहीं से होकर गुजरती है।
पिछले साल नाटो हेलीकॉप्टरों द्वारा दुर्घटनावश की गई बमबारी में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इस घटना के विरोध में पाकिस्तान ने नाटो की आपूर्ति रोकने के लिए अस्थायी तौर पर अपनी सीमा बंद कर दी थी।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सुरक्षा बल अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तानी कबायली इलाकों पर पिछले कई हमलों से ड्रोन हमलों को अंजाम देते आ रहे हैं।
गिलानी अपने गृहनगर की यात्रा अधूरी छोड़कर इस्लामाबाद लौट आए हैं और उन्होंने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह यह मामला नाटो और अमेरिका के समक्ष कड़े शब्दों में उठाएगा।
कुछ खबरों में ऐसी आशंका भी व्यक्त की जा रही है कि सम्भवत: यह हमला एक से ज्यादा चौकी पर हुआ है क्योंकि ज्यादातर चौकियों पर 10-15 से ज्यादा सैनिक नहीं होते। मरने वालों की संख्या ज्यादा होने से लगता है कि एक से ज्यादा जगहों को निशाना बनाया गया है।
इस बीच पाकिस्तानी अधिकारियों ने नाटो सुरक्षा बलों तक रसद पहुंचाने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले प्रमुख आपूर्ति मार्ग को बंद कर दिया।
खबर पख्तूनख्वा के गवर्नर मसूद कौसर ने इसे पाकिस्तान की सम्प्रभुता पर हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर से होने वाले ऐसे हमले अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। सरकार इस मामले को आला स्तर पर उठाएगी और इसकी जांच की जाएगी।
वेबसाइट ‘अलजजीरा डॉट नेट’ के अनुसार खबर एजेंसी क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी मुताहिर हुसैन ने बताया कि संघीय सरकार के आदेश मिलते ही हमने नाटो का आपूर्ति मार्ग बंद कर दिया है। अफगानिस्तान में तैनात नाटो सुरक्षा बलों के लिए रसद यहीं से होकर गुजरती है।
अधिकारियों ने बताया कि नाटो के लिए रसद और ईंधन ले जाने वाले ट्रक खबर क्षेत्र के जमरूद शहर में रोक दिए गए हैं। इन ट्रकों को वापस पेशावर भेजा जा रहा है।
पिछले साल नाटो हेलीकॉप्टरों द्वारा दुर्घटनावश की गई बमबारी में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इस घटना के विरोध में पाकिस्तान ने नाटो की आपूर्ति रोकने के लिए अस्थायी तौर पर अपनी सीमा बंद कर दी थी। शुक्रवार के हमले के बाद से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण चल रहे सम्बंध और ज्यादा बिगड़ सकते हैं।