इस्लामाबाद ।। पाकिस्तान की सूचना एवं प्रसारण मंत्री फिरदौस आशिक अवान ने बुधवार का कहना है कि अमेरिका भेजे गए गुप्त संदेश की जांच सार्वजनिक की जाएगी। इस संदेश में दावा किया गया था कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को देश में सैन्य बगावत की आशंका थी।
मंत्री ने बुधवार को कहा कि गुप्त संदेश अमेरिका भेजने का मामला बहुत संवेदनशील है और अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के इस्तीफे से जांच को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
हक्कानी ने मंगलवार को अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को सौंप दिया था। सरकार ने बुधवार को पूर्व मंत्री शेरी रहमान को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया था।
पाकिस्तानी व्यापारी मंसूर एजाज ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान के एक वरिष्ठ राजनयिक ने जरदारी का एक संदेश अमेरिका के तत्कालीन ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ माइक मुलेन तक पहुंचाने में मदद मांगी थी।
एजाज का आरोप है कि गत दो मई को अमेरिकी कमांडो कार्रवाई में अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद जरदारी को सैन्य तख्तापलट की आशंका थी।