वाशिंगटन ।। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बजटीय घाटे को तीन खरब डॉलर तक कम करने के लिए सोमवार को एक योजना प्रस्तुत की और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी अमेरिकियों से सहयोग करने का आह्वान किया।
ओबामा ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में कहा, “मैं उस योजना का समर्थन नहीं करूंगा, जो हमारे घाटे को पूरा करने का सारा बोझा सामान्य अमेरिकियों पर डालता हो।”
ओबामा ने घोषणा की कि घाटा कम करने की एक बड़ी राशि सर्वोच्च आय वालों पर ऊंचे करों से आएगी। और इसका सिद्धांत बहुत सहज होगा : यानी “वारेन बफेट के सचिव को वारेन बफेट से अधिक कर का भुगतान नहीं करना चाहिए।”
दुनिया के एक सबसे धनी व्यक्ति बफेट ने अपने और अपने सचिव के बीच कर दरों में अंतर को बार-बार दोहराया है।
ओबामा ने यह भी चेतावनी दी है कि वह घाटा कम करने वाले उस किसी भी विधेयक को वीटो के जरिए खारिज कर देंगे जो केवल संघीय खर्च में कटौती पर निर्भर होगा।
ओबामा ने इस बात से इंकार किया कि सबसे धनी अमेरिकियों पर कर बढ़ाने का उनका इरादा वर्ग संघर्ष को जन्म देने को लेकर है, जैसा कि रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेताओं ने दावा किया है। राष्ट्रपति ने कहा, “यह वर्ग संघर्ष नहीं है। यह गणित है।”
राष्ट्रपति द्वारा सोमवार को प्रस्तुत योजना कांग्रेस की 12 सदस्यीय द्विपक्षीय ‘सुपर कमेटी’ को सौंपी जाएगी। यह समिति नवम्बर के अंत तक राजकोषीय घाटे में कम से कम 1.5 खरब डॉलर तक की कमी करने पर सहमति बनाने में लगी हुई है।