ब्रिटेन में होने वाले ‘कॉमनवेल्थ हेड ऑफ गवर्नमेंट’ के शिखर सम्मेलन में शामिल होने की तैयारी नरेद्र मोदी कर रहे हैं। आशा है कि इस मौके पर कॉमनवेल्थ देशों के प्रमुखों के साथ और भी कई नामचीन हस्तियों के शामिल होने के आसार हैं।
यहा संमेलन 18 और 19 अप्रैल हो होना है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री 17 अप्रैल को ही लंदन पहुंच जाएंगे। जिसके बाद वो कई द्विपक्षीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री के जहां जहां भी कार्यक्रम हैं उनकी गेस्ट लिस्ट में विदेश मंत्रालय की विशेष नजर है।
विदेश मंत्रालय अपना पूरा जोर लगा दे रहा है कि प्रधानमंत्री के इधर–उधर कहीं भी विजय माल्या नजर न आ जाएं। क्योंकि सब जानते हैं कि अगर प्रधानमंत्री की किसी भी सभा में या कार्यक्रम में विजय माल्या नजर भी आ गए तो हिन्दुस्तान की मीडिया और सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री समेत पूरी भारतीय जनता पार्टी की किरकिरी हो जाएगी।
ऐसे में अगर प्रधानमंत्री जी ब्रिटेन जाकर माल्या को देश लाने की कोशिश करते हैं और इस ओर कुछ सशक्त कदम उठाते हैं तब लोग यह मानने के लिए मजबूर हो जाएंगे कि हमारे प्रधानमंत्री की छाती 56 इंच की है।