नई दिल्ली ।। देश के एक अरब डॉलर के पोषण एवं दवा बाजार पर दो जापानी कम्पनियों की नजर है। ये कम्पनियां आपको युवा और स्वस्थ रखने का वादा करने वाली अपनी गोलियों के साथ भारत में प्रवेश कर रही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कनेका कॉरपोरेशन व हाईड्राइड आयन कॉरपोरेशन ने भारतीय दवा निर्माता कम्पनी जेनरिक्स लाइफसाइंसेज के साथ इन फूड सप्लीमेंट गोलियों और ऐसे ही कई अन्य उत्पादों को भारत में बेचने के लिए एक करार किया है।
जेनलाइफ के निदेशक रमेश राजन का कहना है, “एक कैप्सूल लेने से आपके जीवन की कुल गुणवत्ता बढ़ेगी। पोषण व अच्छे स्वास्थ्य के गुणों से भरपूर इन गोलियों से लोग बिना किसी दुष्परिणाम के अच्छा, स्वस्थ व लम्बा जीवन जीते हैं।”
दिल्ली की जेनरिक्स लाइफसाइंसेज कम्पनी ने इन पोषण व अच्छे स्वास्थ्य के गुणों से भरपूर फूड सप्लीमेंट दवाओं के अपनी जापानी भागीदार कम्पनियों साथ प्रचार-प्रसार के लिए जेनलाइफ नाम से एक अलग इकाई गठित की है।
शुरुआत में तो कम्पनी दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फूड सप्लीमेंट गोलियों के प्रचार पर ध्यान देगी। बाद में देश के अन्य बड़े शहरों में भी इनका प्रचार किया जाएगा।
जेनलाइफ के निदेशक संदीप झा ने बताया, “मध्यम अवधि में हमारी योजना सिर्फ सामग्री आयातित करने और फिर भारत में ही उत्पादों के निर्माण की है। इससे इनकी कीमत कम होगी।” उन्होंने बताया कि उनकी रुड़की स्थित फैक्टरी में उत्पाद की दोबारा पैकेजिंग होगी।
अधिकारी बताते हैं कि पोषण व स्वास्थ्य दवाओं का दुनियाभर में 124 अरब डॉलर का बाजार है। इसके इस दशक के अंत तक 225 अरब डॉलर का होने की उम्मीद है। अमेरिका, यूरोप और जापान का इसमें 80 प्रतिशत योगदान होगा।
राजन ने कहा कि इस समय भारत में पोषण व स्वास्थ्य दवाओं का एक अरब डॉलर का बाजार है। साल 2020 तक इसके आठ अरब डॉलर का हो जाने की उम्मीद है।
भारत में कनेका के प्रबंध निदेशक आईसाओ ओट्सू ने आईएएनएस से कहा कि उनकी कम्पनी को भारत में अपार सम्भावनाएं दिखती हैं। उसकी यहां निर्माण इकाइयां शुरू करने की योजना है।