बाबरी विध्वंस की 19वीं बरसी पर दोनों समुदाय के लोग मंगलवार [6 दिसंबर] को कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। यहां दोनों समुदाय में से एक शौर्य दिवस तो दूसरा यौम-ए-गम के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
विश्व हिन्दू परिषद इस मौके पर शौर्य दिवस का आयोजन करके धर्म जागृति सम्मेलन आयोजित करेगी। विहिप यहां भव्य राम मन्दिर निर्माण के साथ ही काशी और मथुरा की मुक्ति का भी संकल्प लेगी।
उधर, मुस्लिम संगठन अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बन्द कर यौम-ए-गम दिवस मनाएंगे और बाबरी मस्जिद के पुनर्निमाण के लिए दुआ करेंगे। इस बीच जिला प्रशासन ने इन कार्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये गए हैं।
यहां स्थानीय पुलिस के अलावा अतिरिक्त पुलिस, पांच कम्पनी पीएसी और दो कम्पनी रैपिड ऐक्शन फोर्स की तैनात की गई है।
ज्ञात हो कि 19 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी विवादित ढांचे को गिरा दिया गया था। यह विवादित मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है और लोगों को फैसले का इंतजार है।