Home देश ‘अफजल की फांसी की सजा वापस लो, नहीं तो और धमाके होंगे’

‘अफजल की फांसी की सजा वापस लो, नहीं तो और धमाके होंगे’

नई दिल्ली ।। पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी संगठन हरकत-उल-जेहादी इस्लामी (हूजी) ने दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर बुधवार को हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।

हूजी ने एक अज्ञात स्थान से विभिन्न मीडिया समूहों को भेजे गए ईमेल संदेश में कहा कि यह विस्फोट उसने करवाया है।

उसने मांग की है कि 2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की मौत की सजा तुरंत निरस्त की जाए।

ईमेल में लिखा गया, “हम दिल्ली उच्च न्यायालय में आज हुए हमले की जिम्मेदारी लेते हैं। हमारी मांग है कि अफजल गुरू की मौत की सजा तत्काल निरस्त की जाए वरना भारत के दूसरे प्रमुख उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय को भी निशाना बनाया जाएगा।”

गृह मंत्रालय ईमल की सच्चाई का पता लगा रहा है और यह जानने की कोशिश कर रहा है कि यह मेल किस स्थान के सर्वर से भेजा गया है।

एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विस्फोट में इस गुट की संलिप्तता की सम्भावना से इंकार नहीं किया है।

सर्वोच्च न्यायालय ने 13 दिसम्बर, 2001 को संसद पर हुए हमले के मामले में अफजल गुरु को मौत की सजा सुनाई थी।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख एस.सी. सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, “हम ईमेल को गम्भीरता से ले रहे हैं।”

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