श्रीनगर ।। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाए जाने से राज्य में आतंकवादी हमले दोबारा शुरू हो सकते हैं जिसे लेकर वह चिंतित हैं।
उमर ने समाचार चैनल ‘हेडलाइंस टुडे’ से कहा, “मुझे अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाए जाने को लेकर चिंतित होना पड़ेगा। अफजल को फांसी देने से राज्य और केंद्र सरकार दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी।”
उन्होंने उल्लेख करते हुए कहा कि जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता मुहम्मद मकबूल भट्ट को वर्ष 1984 में फांसी की सजा देने के बाद कश्मीर में आतंकवादियों की एक फौज तैयार हो गई थी।
अब्दुल्ला ने कहा, “मैं वह भुला नहीं सकता कि मकबूल भट्ट को फांसी देने से आतंकवादियों की एक पूरी पीढ़ी पैदा हो गई। मुझे इस बारे में चिंतित होना होगा कि अफजल गुरु को फांसी पर चढ़ाए जाने से घाटी में आतंकवादी घटनाएं एक फिर बढ़ जाएंगी जो इस समय काफी कम हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं मृत्युदंड दिए जाने के पक्ष में नहीं हूं। यह हत्यारों अथवा आतंकवादियों को डराने में कामयाब नहीं होगा।”