नई दिल्ली ।। भ्रष्टाचार के आरोपों के घिरे कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सौमित्र सेन के खिलाफ लोकसभा में महाभियोग प्रस्ताव लाने पर संशय है।
लोकसभा के सोमवार के कामकाज में हालांकि इसे शामिल किया गया था। लेकिन शनिवार को न्यायमूर्ति सेन के इस्तीफे के बाद परिस्थितियां बदल गई हैं। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार इस बारे में मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत कर रही हैं।
संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “मुझे बातचीत करनी होगी, क्योंकि नई परिस्थितियां सामने आई हैं।”
शनिवार को न्यायमूर्ति सेन के इस्तीफे के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि उनके खिलाफ लोकसभा में महाभियोग प्रस्ताव स्थगित किया जा सकता है। लेकिन सोमवार दोपहर तक इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई थी। राज्यसभा से पहले ही यह प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।
न्यायमूर्ति सेन के इस्तीफे के बाद सरकार और राजनीतिक दलों के बहुमत में इस बात को लेकर सहमति है कि लोकसभा में अब उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव चलाना व्यर्थ है। कुछ राजनीतिक दलों का हालांकि कहना है कि सदन को अपनी कार्यवाही जारी रखनी चाहिए।