कहा तो यह भी जा रहा है कि गैस के साथ-साथ डीजल के भी दाम बढ़ाये जा सकते हैं। गौरतलब है कि बीते रात को पेट्रोल की कीमतों में 3.14 रूपए की बढ़ोतरी की गई थी।
माना जा रहा है कि आज रसोई गैस की सब्सिडी कम करने पर कोई ठोस फैसला लिया जा सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अगुआई में इस संबंध में मंत्रियों के समूह की बैठक शुक्रवार को होने वाली है। अभी प्रति सिलिंडर 267 रूपए की सब्सिडी मिलती है और एक सिलिंडर 395 रूपए में मिलता है। सरकार एलीपीजी पर सब्सिडी खत्म करना चाहती है।
योजना के मुताबिक, किसी एक परिवार को एक साल में चार से छह सिलिंडर ही सब्सिडी वाले रेट पर मिलेंगे। अगर इससे ज्यादा की खपत हुई तो प्रति सिलिंडर 662 रूपए देने पड़ेंगे।
पिछले वित्त वर्ष 2010-11 में रसोई गैस पर सब्सिडी देने के कारण सरकार पर 23,746 करोड़ रुपए का बोझ था। सरकार इस सब्सिडी में कमी करना चाहती है। अगर मंत्रियों के समूह ने सब्सिडी घटाने को मंजूरी दे दी, तो हर महीने रसोई गैस के सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा होगी।