करजई ने यहां ‘भारत-अफगानिस्तान सम्बंध’ विषय पर आयोजित एक व्याख्यान में कहा, “रणनीतिक साझेदारी समझौता किसी राष्ट्र या राष्ट्र समूह के खिलाफ लक्षित नहीं है।” व्याख्यान की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने की।
करजई ने कहा, “रणनीतिक साझेदारी के पीछे की सोच भारत की क्षमता से लाभ लेने की है, ताकि भारत हमारी पुलिस, हमारे चिकित्सकों व विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर सके।”
करजई ने यह भी कहा कि रणनीतिक साझेदारी समझौते को दो देशों से आगे ले जाने का इरादा न तो भारत का है और न अफगानिस्तान का।
करजई से जब यह पूछा गया कि क्या भारत के साथ हुए इस समझौते से पाकिस्तान के साथ सम्बंध प्रभावित होंगे, उन्होंने कहा, “पाकिस्तान एक जुड़वा भाई है। भारत बड़ा भाई है। यह समझौता हमारे भाई के साथ हमारे सम्बंधों को प्रभावित नहीं करेगा।”