Home देश तेलंगाना की आग में भारतीय रेलवे, 124 ट्रेनें रद्द, गिरफ्तारियों का तांता

तेलंगाना की आग में भारतीय रेलवे, 124 ट्रेनें रद्द, गिरफ्तारियों का तांता

हैदराबाद ।। आंध्र प्रदेश में अलग तेलंगाना राज्य की मांग को पूरा करवाने के लिए शनिवार से टीआरएस पार्टी ने ‘रेल रोको आंदोलन’ शुरू कर दिया है, जिसके चलते तमाम ट्रेनों के परिचालन में दिक्कतें पेश आनी शुरू हो गई हैं। तेलंगाना राष्ट्र समिति का यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा।

तेलंगाना ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रदर्शन को देखते हुए साउथ सेंट्रल रेलवे ने 124 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जबकि 38 ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द हुई हैं और 68 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं।

रेल रोको का सबसे ज्यादा असर दक्षिण में सिकंदराबाद-काजीपेट, सिकंदराबाद-वाडी, विकराबाद-पर्ली, नाडीकुडी-बीबीनगर, सिकंदराबाद-मुडखेड, विजयवाड़ा-काजीपेट-बल्लारशाह, सिकंदराबाद-ढोन, निजामाबाद-बोधन, पेड्डापल्ली-जगित्याल और आदिलाबाद-किनवट सेक्शन पर पड़ने की आशंका है।

तेलंगाना के लिए विरोध प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर साउथ सेंट्रल रेलवे पर ही पड़ने वाला है, लेकिन इसके अलावा महाराष्ट्र से दक्षिण की ओर जाने वाली गाड़ियों पर भी असर देखा जा रहा है।

तेलंगाना समर्थकों ने रेल रोकने की धमकी पर पूरी तरह अमल करने की बात कही है।

पुलिस ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि हिसांत्मक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं राज्य के डीजीपी दिनेश रेड्डी ने साफ चेतावनी दी है कि अगर किसी ने भी कोई गड़बड़ी करने की कोशिश की, तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।

पुलिस ने कई जगहों पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांस्कृतिक इकाई तेलंगाना जागृति की नेता के. कविता को पुलिस ने रेलवे अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर हैदराबाद के माउला अली के निकट रेलमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था।

टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को पुलिस गिरफ्तार कर केसारा पुलिस थाने ले गई।

राव के बेटे और विधायक के. ताराका रामा राव को भी तेलंगाना राष्ट्र समिति (जेएसी) के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सिकंदराबाद में सिताफलमंडी से गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग रेल रोको अभियान में हिस्सा लेने जा रहे थे।

टीआरएस नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ यदि पुलिस कार्रवाई की गई तो इसके गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे।

इस बीच सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सांसद पूनम प्रभाकर, जी. विवेक और राजैया को भी वारंगल और करीमनगर जिलों से गिरफ्तार कर लिया गया।

इसके अलावा कई नेताओं और विधायकों को या तो नजरबंद कर दिया गया है या फिर रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया।

हैदराबाद सहित तेलंगाना के 10 जिलों में ये गिरफ्तारियां की गई। केवल महबूबनगर जिले से ही 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।

तीन दिनों के रेल रोको अभियान को देखते हुए रेलवे की ओर से पहले ही 126 रेलगाड़ियां स्थगित कर दी गई हैं। रेलवे ने हालांकि कुछ रेलगाड़ियों को समय पर चलाने का निर्णय लिया है।

राज्य पुलिस और रेलवे ने प्रदर्शनकारियों को आगाह करते हुए कहा है कि रेलगाड़ियों को रोकने पर उन्हें रेलवे अधिनयम के तहत गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

राज्य के पुलिस महानिदेशक दिनेश रेड्डी ने कहा है कि रेलवे अधिनियम के तहत की गई गिरफ्तारी में उम्रकैद की सजा भी हो सकती है।

गौरतलब है कि टीआरएस प्रमुख ने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री से मुलाकात कर मामले को सुलझाने की मांग की है। चंद्रशेखर ने अलग राज्य के समर्थन में सभी मंत्रियों से पद छोड़ने की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री कृष्णा राव ने तेलंगाना मुद्दे पर अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है।

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