नई दिल्ली ।। लोकपाल को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की सरकार की मंशा का स्वागत करते हुए जाने-माने समाजसेवी अन्ना हजारे के सहयोगियों ने बुधवार को कहा कि इसे वैधानिक संस्था बनने से नहीं रोका जाना चाहिए।
अन्ना के प्रमुख सहयोगी प्रशांत भूषण ने पत्रकारों से कहा, “हम कहते आ रहे हैं कि यह बहुत अच्छा होगा कि यदि लोकपाल को संवैधानिक दर्जा दे दिया जाए। लेकिन संवैधानिक दर्जा देने के लिए इसे संवैधानिक संस्था बनने से नहीं रोका जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि यदि संवैधानिक संशोधन नहीं हो सके तो कानून का निर्माण तो होना ही चाहिए क्योंकि कांग्रेस सत्ता में है। भूषण ने कहा, “वे कम से कम इतना सुनिश्चित कर सकते हैं कि कानून बन जाए।”
उन्होंने कहा कि अन्ना के सभी सहयोगियों को बहुत खुशी होगी यदि लोकपाल को संवैधानिक संस्था बना दिया जाए और उनके जनलोकपाल विधेयक के सभी प्रावधानों को शामिल कर लिया जाए।
खबरों के अनुसार केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को कहा था कि सरकार कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के सुझावों के अनुरूप लोकपाल को संवैधानिक संस्था बनाने पर विचार कर रही है।