इन हमलों के किसी के हताहत होने की सुचना नहीं है। नक्सलियों ने अपने नेता किशनजी के मारे जाने के विरोध में बंद का आयोजन किया है।
पुलिस के मुताबिक हथियारों से लैस नक्सलियों ने गया के डुमरिया पुलिस थाने में स्थिति सीआरपीएफ के शिविर पर रात के तकरीबन आठ बजे अचानक हमला बोल दिया। सीआरपीएफ के जवानों ने भी नक्सलियों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ अभी जारी है और कोई भी हताहत नहीं हुआ है।
नक्सलियों ने इससे पहले रविवार तड़के लगभग एक बजे बोकारो जिले में डुमरी बिहार और गोमिया के बीच रेल पटरी उड़ाई और बाद में लातेहार जिले में हेहेगरा और चिपादोहर स्टेशनों के बीच विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी।
इन विस्फोटों के कारण झारखण्ड के कई स्टेशनों पर एक दर्जन से अधिक रेलगाड़ियां रुक गई हैं।
नक्सलियों ने पाकुड़ जिले में तीन डम्परों को और हजारीबाग जिले में एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया।
इसके पहले शनिवार शाम नक्सलियों ने निर्दलीय लोकसभा सदस्य इंदर सिंह नामधारी के काफिले पर लातेहर जिले में हमला किया था। हमले में नामधारी तो बाल-बाल बच गए थे, लेकिन 10 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।