उन्होंने कहा, “मैंने अपनी प्रश्नावली पूर्व में ही यहां के विधायकों को भेजी थी, जिनमें से कई ने उतर दे दिए हैं। उस प्रश्नोत्तर का अध्ययन किया गया है।” उन्होंने कहा कि दूसरों को संतुष्टि देने से खुद को संतुष्टि प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा, “आज जनता अपने चुने हुए विधायकों पर ही पूर्णविश्वास नहीं करती। अगर हम लक्ष्य पूरे करेंगे तो हम पर लोग विश्वास करेंगे। इसलिए आज जरूरी है कि विश्वास की राजनीति की जाए। उन्होंने कहा कि आज विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में खुशहाली लाने का प्रयास करना चाहिए। इसलिए यह विचार करना होगा कि सदस्य इस खुशहाली के लिए क्या करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि कलाम पटना के दो दिवसीय दौरे पर सोमवार की शाम पटना पहुंचे थे। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, विधान परिषद के अध्यक्ष ताराकांत झा सहित करीब सभी विधायक और विधान पार्षद उपस्थित थे।