थॉमस ने संवाददाताओं से कहा, “हम ऊंची महंगाई से चिंतित हैं। हम वित्त और कृषि मंत्री से बात कर यह समझने की कोशिश करेंगे कि किस क्षेत्र के कारण महंगाई है और इसे दूर करने के क्या उपाय हैं।”
उन्होंने रविवार को आईएएनएस से कहा था कि महंगाई मुख्यत: दूध, मांस, अंडे और सब्जियों में हैं। इनकी कमी के कारण कीमत बढ़ रही है।
इस विषय पर उन्होंने सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से मुलाकात की।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक खाद्य महंगाई दर बढ़कर 11.43 फीसदी हो गई है।
थॉमस ने पिछले सप्ताह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस विषय पर मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि खाद्य मंत्रालय महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सहकारी संस्था एनसीसीएफ और नैफेड को वित्तीय सहायता देगा।
इस साल के शुरू में प्याज की कीमत के बढ़कर 80 रुपये पर पहुंच जाने के बाद नैफेड ने रियायती दर पर प्याज बेचा था।