बीजिंग ।। चीन पर्यावरण को सम्भावित खतरे से बचाने के लिए 2015 तक उन्नत प्रणाली के प्रयोग से 70 प्रतिशत तक अपशिष्ट उत्पादों का पुनर्चक्रण करेगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एक सरकारी वेबसाइट पर प्रकाशित दिशा निर्देशों के हवाले से बताया कि नई प्रणाली में अपशिष्ट उत्पादों के संग्रह का नेटवर्क, उन्नत तकनीक, वर्गीकरण और मानक प्रबंधन जैसी विशेषता होनी चाहिए।
दिशा-निर्देश में शामिल अधिकतर अपशिष्ट उत्पादों में धातु, कागज, प्लास्टिक, कांच, टायर, कार और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं।
दिशानिर्देश के अनुसार, “ऐसे प्रणाली को स्थापित करना बेहद जरूरी हो गया है, जिसके न होने से संसाधनों का पुनर्चक्रण नहीं हो पा रहा है और पर्यावरण को बड़ा खतरा पैदा हो गया है। “
दिशा निर्देश में बताया गया है कि अपशिष्ट उत्पादों के संग्रहण के लिए छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। वित्तपोषण और भूमि उपयोग के लिए अनुकूल नीतियां भी बनाई जाएंगी।
वाणिज्य मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक वर्ष 2009 में चीन ने 14 करोड़ टन अपशिष्ट वस्तुओं का पुनर्चक्रण कर 500 अरब युआन (लगभग 79 अरब डॉलर) की आय अर्जित की थी।