शिमला ।। हिमाचल प्रदेश के मनाली एवं नारकंडा जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर हिमपात से पर्यटन उद्योग प्रफुल्लित नजर आ रहा है।
होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बताया कि समय से हिमपात का शुरू होना अच्छे व्यवसाय का संकेत है। हिमपात के कारण पिछले हफ्ते पर्यटकों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस को बताया कि यद्यपि शिमला में हिमपात नहीं हो रहा है लेकिन पास की पहाड़ियों में मध्यम हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने रविवार को बताया कि जिन स्थानों पर पिछले हफ्ते हिमपात हुआ वहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है।
सेब उत्पादक क्षेत्र नारकंडा में दो दिनों से हल्का हिमपात हो रहा है। सिंह ने कहा कि वहां तीन-चार दिनों तक यह स्थिति बनी रहने की आशा है।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली में भी दो दिन से हिमपात हो रहा है।
मनाली के जिला पर्यटन अधिकारी बलबीर ठाकुर ने बताया, “सप्ताहांत मनाली में रिकॉर्ड स्तर पर 30,000 पर्यटक आए। अगर हिमपात जारी रहा तो नव वर्ष की पूर्व संध्या तक पर्यटकों की संख्या में कई गुना इजाफा हो जाएगा।”
मनाली होटल संघ के उपाध्यक्ष एम.सी. ठाकुर ने बताया, “मनाली में कुछ स्थानों पर बर्फ ज्यादा है। वहां पर पर्यटक स्कीइंग एवं स्कूटर की सवारी का आनंद उठा रहे हैं।”
उन्होंने बताया, “अब पर्यटक क्रिसमस एवं नव वर्ष के समय हिमपात की सम्भावनाओं के विषय में पूछताछ कर रहे हैं।”
जबकि हिमपात के कारण रोहतांग दर्रे को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक योगेश बहल ने कहा कि शिमला, मनाली, डलहौजी, धर्मशाला, पालमपुर एवं किन्नौर स्थित सांगला में होटल अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं।
लाहौल एवं स्पीति जिले का केलांग रविवार को राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। जबकि मनाली में यह शून्य से दो डिग्री नीचे था।
राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यत: पर्यटन उद्योग पर निर्भर है। पिछले वर्ष राज्य में 13,298,748 पर्यटक आए थे। कुल्लू-मनाली पर्यटकों के लिए पसंदीदा पर्यटन स्थल रहा। इसके बाद शिमला एवं धर्मशाला था।