नई दिल्ली, Hindi7.com ।। “वोट के बदले नोट कांड” के पीछे की साजिशों में दिल्ली पुलिस को किसी राजनेता के शामिल होने का संदेह नहीं है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने इस मामले से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट रखी, जिसमें इस षडयंत्र के लिए सोहेल हिंदुस्तानी को ही जिम्मेदार ठहराया गया है।
इससे पहले सोहेल हिंदुस्तानी पर आरोप लगाया गया था कि पूर्व एसपी नेता अमर सिंह की तरफ से उसने बीजेपी के 3 सांसदों को वोटिंग के लिए घूस देने की कोशिश की थी। लंबे समय तक इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी, लेकिन एक पीआईएल पर जब सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई, तो पुलिस हरकत में आई।
अब, दिल्ली पुलिस द्वारा जो स्टेटस रिपोर्ट रखा गया है, उसमें किसी भी राजनेता को इस षडयंत्र के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। दिल्ली पुलिस का यह रिपोर्ट अपने-आप में कई सवालों को जन्म दे रहा है।
गौरतलब है कि जुलाई 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के मुद्दे पर जब लेफ्ट ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था, तब यह आरोप लगा था कि भाजपा के कुछ सांसदों के वोट को खरीदने के लिए करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं। बीजेपी के सांसदों ने संसद में नोटों की गड्डियां भी लहराई थीं। यूपीए उस वोटिंग में अपनी सरकार बचाने में कामयाब रही थी।