मास्को ।। चेक गणराज्य ने फाइनल मुकाबले में रूस को हराकर फेड कप टूर्नामेंट जीत लिया है। बतौर स्वतंत्र राष्ट्र चेक गणराज्य की फेड कप में यह पहली खिताबी जीत है।
रविवार को ओलम्पिक स्टेडियम में खेले गए अंतिम और निर्णायक युगल मुकाबले में चेक गणराज्य की क्वेता पेस्च्के और लूसी हराडेका की जोड़ी ने रूस की मारिया किरिलेंको और एलीना वेस्नीना की जोड़ी को 6-4, 6-2 से पराजित किया। चेक गणराज्य ने ओवरऑल 3-2 से यह फाइनल मुकाबला अपने नाम किया।
चेक गणराज्य की टीम अंतिम बार 1988 में चैम्पियन बनी थी जब उसने चेकोस्लोवाकिया टीम के रूप में फेड कप में भाग लिया था।
विश्व की दूसरी वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य की खिलाड़ी पेत्रा क्वितोवा ने अपने पहले एकल मुकाबले में किरिलेंको को 6-2, 6-2 से पराजित किया था जबकि उसके बाद उन्होंने स्वेतलाना कुज्नेतसोवा को तीन सेटों में 4-6, 6-2, 6-3 से शिकस्त दी थी।
रूस की ओर से कुज्नेतसोवा ने अपने पहले एकल मुकाबले में लूसी साफरोवा को 6-3, 6-2 से हराया था। इसके बाद रूस की ओर से अनास्तासिया पावल्यूचेंकोवा ने साफरोवा को 6-2, 6-4 से पराजित किया।
दोनों टीमों का एकल मुकाबलों के बाद स्कोर 2-2 का रहा। इसके बाद युगल मुकाबलों के परिणामों पर सबकी निगाहें टिक गईं जिसके निर्णय से विजेता टीम का फैसला होना था।
अंतिम पांच फाइनल मुकाबलों में रूस की यह पहली हार है। वर्ष 2004 के बाद से फाइनल में रूस ने फ्रांस को दो बार हराया है वहीं इटली को एक बार और स्पेन को एक बार हराकर खिताब अपने नाम किया है।